फिर आज़ाद पंछी की तरह उड़ने का मनं करने लगा,
पूरी ज़मीन आसमा को मुट्ठी में लेने को जी करा,
फिर नयी ऊष्मा सी आ गयी लगता है इस जीवन में,
नए सिरे से,नयी दिशा में ज़िन्दगी को जीने का जी करा,